उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में शामिल प्रदेश के सभी लोगों को क्वारनटीन करने का आदेश दिया है. उत्तर प्रदेश के 157 लोग ऐसे हैं जो इस मरकज में शामिल हुए थे. प्रदेश सरकार ने इन लोगों के बारे में पूरी लिस्ट जारी कर दी है.
प्रदेश सरकार ने इन लोगों के नाम और मोबाइल नंबर जारी कर दिए हैं. दूसरी ओर निजामुद्दीन स्थित उस मरकज से निकाले गए लोगों को दिल्ली के बक्करवाला में खाली पड़े 240 EWS फ्लैट्स में रखा गया है. इन लोगों को यहां रखे जाने से पहले पूरे फ्लैट्स को सैनिटाइज किया गया था.
कोरोना पर फुल कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
8 धर्म प्रचारक नगीना की मस्जिद में मिले
दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज का कोरोना कनेक्शन सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. मरकज में शामिल हुए लोगों की तलाश में देशभर में छापेमारी की जा रही है.
दिल्ली के बाद लखनऊ और बिजनौर में भी छापे मारे गए. तबलीगी जमात के 8 धर्म प्रचारक नगीना की जामुन वाली मस्जिद में मिले. ये लोग इंडोनेशिया से आये थे.
कोरोना कमांडोज़ का हौसला बढ़ाएं और उन्हें शुक्रिया कहें...
2 हफ्ते पहले हुआ था कार्यक्रम
दो हफ्ते पहले निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में हुए एक धार्मिक आयोजन में शामिल होने वाले कम से कम 10 लोगों की मौत से खलबली मची हुई है. तबलीगी जमात के मरकज पर आयोजित इस आयोजन में 281 विदेशी नागरिकों समेत 19 प्रदेशों के 1830 लोग शामिल हुए थे.
इसे भी पढ़ें--- मोदी बोले- महाभारत का युद्ध 18 दिन में जीता था, कोरोना से 21 दिन में जीत की कोशिश
इस आयोजन में 281 विदेशी नागरिकों समेत 19 प्रदेशों के 1830 लोग शामिल हुए थे. अंडमान से 21, असम से 216, बिहार से 86, हरियाणा से 22, हिमाचल प्रदेश से 15, हैदराबाद से 55, कर्नाटक से 45, महाराष्ट्र के 115, मेघालय में 5 और केरल से 15 लोग आए थे.
इसके अलावा मध्य प्रदेश से 107, ओडिशा से 15, पंजाब से 9, राजस्थान से 19, झारखंड से 46, तमिलनाडु से 501, उत्तराखंड से 34, उत्तर प्रदेश से 157 और पश्चिम बंगाल से 73 लोग आए थे.
कैसे सामने आया पूरा मामला
इस जमात में इंडोनेशिया और श्रीलंका समेत 15 देशों के 281 लोग भी आए थे. इसमें से 700 लोगों को क्वारनटीन और 334 लोगों को हॉस्पिटल भेजा गया है. बाकी बचे लोगों और उनके संपर्क में आए लोगों की तलाश शुरू हो गई है.
निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात का मरकज उस वक्त जांच के घेरे में आ गया जब दिल्ली में रहने वाले तमिलनाडु के शख्स की मौत की खबर आई.
हालांकि अभी यह साफ नहीं हो सका है कि उसकी मौत कोरोना से ही हुई है, लेकिन वो शख्स करीब दो हफ्ते पहले जमात के जलसे में शामिल हुआ था.