लॉक डाउन-1: सीएचसी मेजा में 1062 संदिग्ध परदेशियों का हुआ कोरोना परीक्षण

वैश्विक कोरोना वायरस के कारण विगत 24 मार्च से 14 अप्रैल के 21 दिन के लॉक डाउन की प्रधानमंत्री द्वारा घोषणा किये जाने के बाद सम्बन्धित विभागों ने मोर्चा संभाल लिया था, जिसके कारण आज भारत में वैश्विक महामारी का रूप ले चुकी कोरोना वायरस को हद तक रोकने में कोरोना योद्धाओ ने सफलता हासिल की है। जिसके कारण दुनिया की अपेक्षा भारत में कोरोना वायरस के संक्रमित होने की खबर कम है। यह सब कोरोना योद्धाओ और पीएम के अनुसार देश की 130 करोड़ जनता की जागरूकता के कारण हुआ। इसी क्रम में अपनी पूरी जिम्मेदारी के साथ सीएचसी मेंजा के अधीक्षक डॉ0 ओम प्रकाश ने विकास खंड मेजा के सभी 75 गांवों में पहुंचकर 1062 संदिग्ध कोरोना मरीजो का परीक्षण किया। जिसमें सभी स्वस्थ मिले। डॉ0 ओमप्रकाश ने बताया कि तहसील स्तर से जारी परदेशियों की लिस्ट मिलने के बाद एक टीम बनाकर उक्त गांव में पहुंचकर जहाँ उनका परीक्षण किया गया, साथ ही गांव के लोगो को जागरूक भी किया गया। उन्होंने बताया कि गाँवो में जाने के बाद कुछ तो सहयोग करते और कुछ भय बस सामने आने से डरते थे। जब उन्हें आश्वस्त कर दिया जाता था, तब जाँच में सहयोग करते थे। जानकारी के मुताबिक बाहर से आने वाले परदेशियों को डर रहता था कि उन्हें उठा ले जाएंगे।अधीक्षक ने कहा कि प्रतिदिन टीम बनाकर गाँवो का भ्रमण किया गया। आज भी गाँवो में जाकर संदिग्ध मरीजो की जाँच जारी है। फ़िलहाल विकास खंड मेंजा कोरोना वायरस से अछूता रहा है।